कोरोनावायरस रोग 2019 (COVID-19) एक संक्रामक रोग है जो
गंभीर तीव्र रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 (SARS-CoV-2) के कारण होता है।
पहले ज्ञात मामले की पहचान दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में हुई थी।
तब से यह बीमारी दुनिया भर में फैल गई है, जिससे एक महामारी चल रही है।
एक स्टडी के दौरान ऐसा सिद्ध हुआ है की मोटे लोगों को Covid-19 का खतरा अधिक है।
आइये इसके पीछे का कारण जानते हैं।
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फेफड़ों पर शारीरिक दबाव
जब हमारा वजन बढ़ता है तो शरीर में चर्बी या फैट की मात्रा भी बहुत अधिक हो जाती है।
ज़्यादातर फैट जमा होने की जगह हमारा पेट और पेट के नीचे वाला भाग ही होता है।
आपके पेट में अतिरिक्त चर्बी आपके डायाफ्राम और फेफड़ों पर शारीरिक दबाव डालती है
और ऑक्सीजन को सीमित करती है।
यह फेफड़ों को समस्या होने के लिए अधिक संवेदनशील बनाता है।
इसके अलावा अधिक वज़न वाले लोगों को Sleep Apnea की बहुत समस्या होती है
जिससे फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति भी कम हो जाती है।
यदि हम शाब्दिक अर्थ देखें तो एपनिया का अर्थ होता है सांस न ले पाना।
स्लीप एपनिया एक ऐसा रोग है जिसमे बार-बार सांस बंद और चालू होती है।
यदि ज़्यादा देर तक सांस बंद होती है तो शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है।
कोविद-19 वायरस हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम पर ही असर डालता है इसलिए और अधिक समस्या उत्पन्न होती है।
ब्लड क्लॉट का जोख़िम
जो लोग अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त हैं उन्हें फेफड़ों की
छोटी नसों के साथ-साथ धमनी (arteries) के अंदर भी
रक्त के क्लॉट बनने का अधिक जोखिम होता है।
एक शोध के अनुसार मोटे व्यक्ति में दो तरह की ब्लड क्लॉटिंग समस्या होने की सम्भावना बहुत अधिक होती है।
- डीप वीन थ्रोम्बोसिस (DVT)
- पल्मोनरी एम्बोलिस्म
अंगों के ऊपर फैट आ जाना
कोई व्यक्ति जो अधिक वज़न का होता है, उसमें फैट इतना अधिक होता है कि वह
Spleen, Thymus और Bone Marrow जैसे अंगों में फैल जाता है।
इससे इम्यून सिस्टम की क्षमता कम हो जाती है।
किसी भी तरह के वायरस या बैक्टीरिया से लड़ने के लिए हमारा सबसे बड़ा हथियार इम्यून सिस्टम ही है।
यदि ज़रूरी अंगों के ऊपर फैट जमा हो जाता है तो उनकी कार्य क्षमता भी कम हो जाती है इसलिए देखा गया है की जिन व्यक्तियों का वजन अधिक होता है वह अन्य बिमारियों के लिए भी प्रोन हो जाते हैं।
इन्सुलिन रेसिस्टेन्स (Insulin Resistance)
इंसुलिन रेसिस्टेन्स से मोटापा बढ़ता है और मोटापा इंसुलिन रेसिस्टेन्स को और अधिक बढ़ाता है।
जिन लोगों में इंसुलिन रेसिस्टेन्स होता है, उनमें ACE -2 Receptor Overexpression बढ़ जाता है,
जिसका मतलब है SARS-CoV-2 होने की संभावना अधिक होती है।
यही वजह है की बच्चों में COVID -19 नहीं फैला क्योंकि उनमें अभी तक ये Receptors नहीं बने हैं।
इन्सुलिन रेजिस्टेंस भी सालों लेता है पूरी तरह से विकसित होने में,
जब बहुत लम्बे समय तक आप बहुत अधिक कार्बोहाइड्रेट्स लेते रहते हैं।
इसलिए बच्चों में आम तौर पर इन्सुलिन रेजिस्टेंस भी पाया नहीं जाता है और वे ACE -2 Receptor से सुरक्षित रहते हैं।
विटामिन D
अधिक वज़न वाले लोगों में लगभग हमेशा विटामिन D की कमी होती है।
इसमें मोटे लोगों की लगभग 72% आबादी शामिल होती है, जिनमें विटामिन डी की कमी होती है।
COVID-19 की जटिलताओं, दुष्प्रभावों और गंभीरता को कम करने के लिए
विटामिन D सबसे महत्त्वपूर्ण विटामिनों में से एक है।
यदि विटामिन D कम है, तो उस वायरस के प्रति आपकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
वज़न कम करने के उपाए
वजन कम करने के लिए जो २ सबसे महत्त्वपूर्ण चीज़ें हैं वे हैं :
इंटरमिटेंट फास्टिंग
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक बहुत ही प्रचलित प्रक्रिया है जिससे आपका वज़न तेज़ी से कम हो सकता है। इसको करने का एक पैटर्न होता है।
भारत में इसका वर्णन शुरू से ही उपवास के रूप में होता आ रहा है।
इसमें न केवल हम अपने खाने के समय को निर्धारित करते हैं बल्कि अपने खान-पान में बदलाव करके लम्बे समय तक बिना खाये रहने का प्रयास भी करते हैं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग कि पूरी प्रक्रिया अलग-अलग चरणों में बटि हुई है।
इसको चालू करने से पहले सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना आवश्यक है। अतः किसी विशेषज्ञ की सलाह लेना ही समझदारी है।
हेल्दी डाइट
इंटरमिटेंट फास्टिंग के साथ-साथ खाने में क्या खाना चाहिए वह भी बहुत ही महत्त्वपूर्ण है।
सही मात्रा में पोषक तत्वों का शरीर में जाना बहुत जरूरी है इसलिए उस हिसाब से हमें अपना खान-पान निर्धारित करना चाहिए।
इनके बारे में आप लिंक पे जाकर और अधिक विस्तार से जान सकते हैं।
निष्कर्ष
जब हमें अब यह पता है कि मोटापे से कोविद -19 का खतरा और अधिक बढ़ जाता है तो इलाज से बेहतर रोकथाम है।
हमें जितना हो सके अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए और जितना हो सके वजन बढ़ने से बचना चाहिए।
मोटापा हमारे शरीर का एक सूचक है जो हमें शरीर में समस्या के मूल कारण को ढूंढ़ने के लिए चेतावनी देता है।
एक स्वस्थ शरीर में अत्यधिक चर्बी जमा नहीं हो सकती है।
इसलिए शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए प्रयत्नशील होना बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।
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