यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें दांत को बिना दर्द के निकाला जाता है।
पुराने ज़माने में जब दांतों को बचाने की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी
तब दांतों को निकालने के अलावा कोई और इलाज नहीं हुआ करता था।
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दांत निकालने से पहले की तैयारी
प्रक्रिया निर्धारित करने से पहले, आपका दंत चिकित्सक आपके दांत का एक्स-रे लेगा। अपने दंत चिकित्सक को आपके द्वारा ली जाने वाली किसी भी दवा के साथ-साथ विटामिन, सप्लीमेंट्स और ओवर-द-काउंटर दवाओं के बारे में बताना सुनिश्चित करें।
इसके अलावा, अपने दंत चिकित्सक को निम्नलिखित में से किसी भी स्थिति के बारे में बताएं:
- हृदय दोष
- मधुमेह
- लिवर की बीमारी
- थाइरोइड की बीमारी
- किडनी की बीमारी
- उच्च रक्तचाप (High BP)
- एक कृत्रिम जोड़
- एड्रेनल रोग
- इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी
- बैक्टीरियल एंडोकार्डाइटिस
दांत निकालने से पहले आपका दंत चिकित्सक यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सभी स्थितियां स्थिर हैं या इलाज किया गया है। प्रक्रिया से पहले के दिनों में आपको एंटीबायोटिक्स निर्धारित किए जा सकते हैं यदि:
- आपकी सर्जरी लंबी होने की उम्मीद है
- आपको कोई संक्रमण है या आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है
- आप किसी विशिष्ट चिकित्सा (Specific Medical Condition) स्थिति से ग्रस्त हैं
गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित करने के लिए दांत निकालने के दिन निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना सहायक होता है:
- अपने अपॉइंटमेंट से छह से आठ घंटे पहले कुछ भी न खाएं या पिएं।
- धूम्रपान करके न जाये।
- यदि आपको सर्दी है तो अपने दंत चिकित्सक को इसकी जानकारी दें , क्योंकि आपकी अपॉइंटमेंट पुनर्निर्धारित करने की आवश्यकता हो सकती है।
- अपने दंत चिकित्सक को बताएं कि क्या आपको एक रात पहले उल्टी हुई थी, जिसके लिए अलग एनेस्थीसिया या पुनर्निर्धारण की आवश्यकता हो सकती है।
- यदि आप जनरल एनेस्थीसिया प्राप्त कर रहे हैं, तो आप अपने साथ किसी को लेके आएं।
प्रक्रिया
इसमें दांत की नस को सुन्न किया जाता है,
जिसके पश्चात दांत को हड्डी के अंदर से बिना दर्द के निकाला जाता है।
दांत निकलने पर थोड़ा बहुत खून आना सामान्य बात है व इसमें चिंताजनक कुछ भी नहीं है।
मिथक और तथ्य
अक्सर कहा जाता है कि दांत निकलवाने के बाद आंखों की रोशनी कम हो जाती है
परंतु यह केवल मिथक है।
दांत निकलवाने का आंखों की रोशनी से कोई संबंध नहीं है।
दांतों को जितना हो सके बचाने की पूरी कोशिश करनी चाहिए क्योंकि असली दांतों का कोई भी replacement नहीं होता।
परंतु यदि दांतों की स्थिति बहुत ही खराब है यानी कि वह बहुत सड़ा हुआ हो तो
उसे निकलवाना ही उचित है क्योंकि सड़े हुए दांत में जो बैक्टीरिया होते हैं
वे अनुरूप स्थिति में पनपकर दूसरे दांतों को भी खराब कर सकते हैं।
हर सड़ा हुआ दांत निकालने योग्य नहीं होता।
दांत कब निकलवायें
- जब दांत की सड़न इतनी बढ़ जाए कि उसकी जड़ भी प्रभावित हो जाए
- दांत अंदर से ही टूट जाए, यदि सिर्फ दांत की जड़ ही बची हो
- जब दांत इतना टेढ़ा हो कि मुंह के अंदर चोट कर रहा हो (mainly wisdom tooth) या
- दांत बहुत कमज़ोर हो कि वो काफी ज़्यादा हिलने लगे तब दांत को निकाला जाता है।
अन्यथा उसे बचाना ही उचित होता है।
दांतों को निकालने के बाद की सावधानियां
- दांत निकलवाने के बाद रुई को 1 घंटे के बाद निकालकर फेंक दीजिए।
- कुछ देर तक थूकना नहीं है। दांत निकलने के बाद थूक व खून का इकट्ठा होना आम बात है। अतः जितना भी थूक और खून मुंह के अंदर जमा हो उसे गटक लें। थूकने के कारण खून का थक्का निकल सकता है और फिर दर्द में बढ़ोत्तरी होने का खतरा हो जाता है।
- दांत निकलने के बाद, सुन्न का असर एक-डेढ़ घंटे तक रहता है। जब तक सुन्न का असर ना उतरे, तब तक बात करने से बचें, अन्यथा बोलते समय होंठ या जीभ दांतों तले कट सकती है।
- सुन्न का असर खत्म होने पर दवा लें ताकि दर्द में आराम रहे।
- दिन में २-३ बार बर्फ से सिकाई करें। इससे सूजन बढ़ती नहीं है और दर्द में भी आराम मिलता है।
- Balm का उपयोग और गर्म सिकाई बिल्कुल भी ना करें अन्यथा सूजन बढ़ जाएगी।
- ठंडा और नर्म खाना खाइए और किसी भी प्रकार के प्रसाधन का प्रयोग ना करें।
- २४ घण्टे के बाद कुनकुने पानी में एक चम्मच नमक डालकर कुल्ला करें। जिससे extraction socket के बैक्टीरिया कम होंगे और घाव भी जल्दी ठीक हो जाएगा।
खर्च
ज्यादातर अगर सिम्पल extraction हुआ तो 400 से 500 ₹ तक का खर्च आ जाता है,
परंतु यदि सर्जिकल या Impacted tooth हुआ तो 1000 से 2500 ₹ तक का खर्चा भी हो सकता है।
ये खर्च जगह और व्यवस्था के अनुसार बदलते रहते हैं।
Extraction vs RCT (Root Canal Treatment)
Extraction (दांत निकलवाना) | रूट कैनाल (RCT) | |
फ़ायदे | कम ख़र्च दर्द में आराम एक Appointment लगती है | नेचुरल दांत बच जाता है जिससे खाने में आसानी होती है दर्द और सूजन से निजात मिलता है दांतों का फंक्शन बना रहता है दूसरे दांत खराब होने से बचते हैं |
नुकसान | असली दांत निकालने से फंक्शन लॉस होता है चबाने में तकलीफ होती है दिखने में खराब लगता है उम्र भी ज्यादा लगने लगती है दांतों के बीच में gap आ जाता है खाना फंसने लगता है जिसके कारण अन्य दांत खराब होने लगते हैं। | खर्चीला इलाज होता है मल्टीपल स्टेप प्रोसीजर होता है तो दो से तीन appointment लग सकती हैं |
दांत निकलवाने के प्रभाव
इन स्थितियों में अपने डेंटिस्ट से संपर्क करें।
- यूं तो extraction के बाद खून निकलना साधारण बात है पर यदि उसमें अत्यधिक दर्द हो और खून 12 घंटे तक निकलना बंद ना हो तो अपने डेंटिस्ट को तुरंत बताएं। ये dry socket हो सकता है जो कि एक पीड़ाजनक स्थिति होती है।
- सूजन और redness हो सकती है
- बुखार आ सकता है
- जी मिचलाना
- चक्कर आना
सुझाव
विज्ञान ने आज के ज़माने में बहुत प्रगति कर ली है जिससे दांतों को बचाया जा सकता है,
यदि किसी कारणवश उसे निकाला जाए तो भी आधुनिक तकनीक की मदद से दूसरे दांत लगाएं जा सकते हैं।
अतः समझदारी से काम लें और दांतों को बचाएं, यदि कोई परेशानी या दिक्कत हो तो अपनी डेंटिस्ट से सलाह लें।
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